बीजिंग, (हि.स.)। गुजरात चुनाव के आने वाले नतीजों का सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि चीन में भी इंतजार है। चीनी कंपनियां चाहती हैं कि गुजरात में एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ही जीत हो, क्योंकि भाजपा के जीतने से आर्थिक सुधार की प्रक्रिया अनवरत जारी रहेगी।
गुजरात चुनाव ब्रांड मोदी के लिए एक अग्नि परीक्षा की तरह है। यह आने वाले दो सालों का सरकारी एजेंडा तय करेगा और यह भी जाहिर हो जाएगा देश में मोदी लहर कायम है या नहीं।
समाचार पत्र ग्लोबल टाइम्स के अनुसार, अगर गुजरात में मोदी की बड़ी जीत होती है तो उनका आर्थिक सुधार का सिलसिला जारी रह सकता है, जिसका चीनी कंपनियां इंतजार कर रही हैं।
पिछले काफी समय से भारत में चीनी निवेश बढ़ा है। कई चीनी कंपनियों को यह विश्वास है कि भारत नए और बड़े बाजार के रूप में तैयार हो रहा है। इस क्रम में मोदी सरकार के आर्थिक फैसले चीनी कंपनियों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं।चीन की कुछ कंपनियों को डर है कि अगर गुजरात में मोदी की हार होती है तो केंद्र सरकार के कड़े आर्थिक फैसले पर ब्रेक लग जाएगा।
अखबार ने आगे कहा है कि मोदी ने अभी तक जो फैसले लिए हैं, उसको लेकर अर्थशास्त्रियों और विपक्ष ने उनपर हमले किए हैं, लेकिन मोदी के गुजरात मॉडल का सही आकलन गुजरात के लोग ही कर सकते हैं। गुजरात का नतीजा कुछ भी हो इसका असर मोदी की छवि और उनके काम कर ने की नीति पर जरूर पड़ेगा।
विदित हो कि गुजरात औ हिमाचल के चुनाव परिणम 18 दिसंबर को आएंगे। अभी एग्जिट पोल आए हैं। अधिकतर एजेंसियों के एग्जिट पोल में बीजेपी को पूर्ण बहुमत दिखाया गया है।