न्यूयॉर्क। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने द्विपक्षीय सहयोग और भारत के विकास एजेंडा को आगे बढ़ाने के मकसद से, संयुक्त राष्ट्र महासभा से इतर आठ देशों के अपने समकक्षों के साथ बैठक की।
सुषमा ने मेक्सिको, नॉर्वे, बेल्जियम, ट्यूनीशिया, बहरीन, लातविया, संयुक्त अरब अमीरात और डेनमार्क के विदेश मंत्रियों के साथ वार्ता की। यहां आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने संवाददाताओं से कहा, वार्ता मुख्य रूप से द्विपक्षीय सहयोग पर केंद्रित थी।
बैठक के दौरान सुषमा ने ट्यूनीशिया के विदेश मंत्री खेमेइस झनओई से कहा कि वह 30 और 31 अक्तूबर को नई दिल्ली में दोनों देशों के बीच होने वाली संयुक्त आयोग की अगली बैठक का इंतजार कर रही हैं। रवीश कुमार ने कहा, आर्थिक संबंधों को बेहतर बनाने के लिए बहुत सी चर्चाएं की गई। भविष्य में फार्मा, वस्त्र, जैव प्रौद्योगिकी, नवीकरणीय ऊर्जा और सूचना प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में सहयोग करने पर चर्चा की गई।
कुमार के मुताबिक, सुषमा स्वराज ने यह देखा कि भारतीय फार्मा उत्पादों खासकर टीकों को ट्यूनीशिया में बड़े पैमाने पर निर्यात किया जा सकता है क्योंकि उनकी दवाओं की दरें प्रतिस्पर्धात्मक हैं, डेनमार्क के विदेश मंत्री एंडर्स सैमुअलसन के साथ मुलाकात में अगले संयुक्त आयोग की बैठक की तारीख तय करने पर चर्चा की गई। डेनमार्क नवंबर के पहले हफ्ते में होने जा रहे वर्ल्ड फूड इंडिया एक्स्ट्रावेगेंजा में साझेदार देश है। उन्होंने भारत में निवेश के लिए भी डेनमार्क को आमंत्रित किया।