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पूंजी जुटाने की मंजूरी के बाद एचडीएफसी के शेयरों में उछाल
By Deshwani | Publish Date: 15/1/2018 4:34:07 PMमुंबई (हि.स.)। देश में निजी क्षेत्र के दूसरे सबसे बड़े बैंक एचडीएफसी बैंक लिमिटेड के शेयरों में साढ़े 6 प्रतिशत से ज्यादा उछाल आया है। सोमवार को एटडीएफसी के शेयरों में 109.55 रुपए (6.22 फीसदी) की बढ़ोतरी दर्ज हुई और यह 1870.80 रुपए पर कारोबार कर रहा था। बता दें कि एचडीफसी बैंक के निदेशक मंडल ने बाजार से पूंजी जुटाने की योजना पर मुहर लगा दी है। इसके तहत एचडीएफसी बैंक ने बाजार से तरजीही आवंटन और योग्य संस्थानों के प्लेसमेंट (क्यूआईपी) के संयोजन के जरिए 13000 करोड़ रुपए जुटाने का लक्ष्य रखा है। इससे पहले भी एचडीएफसी बैंक ने पात्र संस्थागत नियोजन (क्यूआईपी) और अमेरिकी डिपॉजिटरी रिसीट (एडीआर) के जरिए 9,840 करोड़ रुपए जुटाए हैं। बोर्ड के इस फैसले के बाद से शेयर बाजार में बैंक के शेयरों के दाम इंट्रा डे ट्रेड के तहत नवंबर के 1,805 रुपए प्रति शेयर के उच्चस्तर तक पहुंच गए हैं।
बोर्ड ने 1726.05 रुपए प्रति शेयर की दर से प्राथमिक रूप से 2 रुपए के अंकित मूल्य वाले 64.33 मिलियन शेयरों को तरजीही आधार पर जारी करने की मंजूरी दी है। इसके बाद बैंक को 11100 करोड़ रुपए हासिल होंगे। अजीम प्रेमजी ट्रस्ट समेत कई निवेशकों को यह शेयर्स जारी किए जाएंगे। इसके तहत कुल 3 करोड़ (30 मिलियन) शेयर्स जीआईसी वेवेली पीटीई के एक सहयोगी को जारी किए जाएंगे, जबकि कनाडा के ओनिटेरियन नगरपालिका कर्मचारियों (ओएमआरएस) के लिए पेंशन योजना के व्यवस्थापक के लिए एक करोड़ (10 मिलियन) शेयर जारी होंगे। इशके अलावा केकेआर फर्म सिल्वरव्यू इन्वेस्टमेंट पीटीई के लिए 92 लाख (9.2 मिलियन) शेयर जारी होंगे। बोर्ड ने क्यूआईपी के माध्यम से 2 रुपए के अंकित मूल्य के ऐसे शेयरों को जारी करने की मंजूरी भी दी है, जिससे कि 1896 करोड़ (18.96 बिलियन) से अधिक की रकम न जुटाई जा सके। यह शेयर्स मंजूरी के अधीन नीति के तहत जारी किए जाएंगे। एचडीएफसी की ओर से एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि पूंजी जुटाने का प्रमुख उद्देश्य लगभग 8500 करोड़ (85 बिलियन) रुपए कीमत तक के तरजीही आधार पर इश्यू जारी करना है। इस फैसले के बाद एचडीएफसी बैंक में अपने मौजूदा शेयरहोल्डिंग को भी बनाए रखने में सक्षम होगा। विश्लेषकों के अनुसार बैंक ने पूंजी जुटाने के लिए माकूल समय चुना है क्योंकि फिलहाल बाजार भी अच्छी स्थिति में है और बैंक का मूल्यांकन भी तगड़ा है। पिछले एक साल में बैंक का शेयर लगभग 60 प्रतिशत चढ़ा है। बैंक का पूंजी पर्याप्ता अनुपात भी खासा बढिय़ा है, लेकिन निजी क्षेत्र के बैंक हमेशा अधिक पूंजी रखना चाहते हैं।