बिहार
चीनी मिल सीजनल कामगारों की हड़ताल, चार घंटे पेराई बंद
By Deshwani | Publish Date: 21/1/2018 7:26:55 PMसुगौली। शिवेश झा
एचपीसीएल की सुगौली चीनी मिल में अपनी विभिन्न मांगों के समर्थन में सीजनल मजदूर रविवार को सुबह छह बजे से गन्ने की पेराई ठप कर हड़ताल पर बैठ गए। कई घण्टे के वार्ता के बाद एक सप्ताह के अंदर मांग पूरी कर दिए जाने के आश्वासन पर दस बजे के बाद फिर काम पर वापस लौटे। इसको लेकर संघ के अध्यक्ष अब्दुल मनीष ने बताया कि चीनी मिल प्रबन्धन द्वारा सीजनल मजदूरों का पीएफ तो काट लिया जाता है पर किसी मजदूर को उसके पीएफ खाते की जानकारी नहीं दी जाती है। वही रिटेंशन देने की सहमति के बाद आजतक किसी मजदूर को इसका भुगतान नहीं किया गया। और तो और मजदूरों को मिल के अंदर हुई दुर्घटना के बाद इलाज तक का खर्च नहीं दिया जाता। दुर्घटना बीमा भी आजतक किसी का नहीं किया जा सका। मिल प्रबन्धन द्वारा सिर्फ झूठा आश्वासन ही अब तक मिला है। इसको लेकर प्रभारी महाप्रबन्धक संजय दूबे ने बताया कि हड़ताल पर गए कर्मचारियों से संबंधित उनका मांग पत्र वरीय अधिकारियों को भेज िदया गया है। जिसे एक सप्ताह के अंदर वार्ता कर पूरा कर दिया जाएगा। इसके आश्वासन पर करीब चार घण्टे बाद फिर से मिल चालू करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। हड़ताली कर्मचारियों में मुख्य रूप से सचिव धर्मेंद्र तिवारी,लालबाबू पटेल,चन्द्रशेखर आज़ाद,राजेश पूरी,मुन्ना कुमार सिंह,प्रमोद कुमार,सुधाकर सोनी,राहुल सिंह सहित सभी शामिल थे।
किसानों में रोष व्याप्त
बीते वर्ष से गन्ने की पेराई में कीर्तिमान स्थापित किये प्रबन्धक के शनिवार को चले जाने से किसानों में रोष व्याप्त है। उन्हें अब अपने गन्ने की पेराई होने की चिंता सताने लगी है। इसको लेकर अविलंब महाप्रबन्धक दुर्गा प्रसाद द्विवेदी को पुनः बुलाने की मांग कर रहे हैं। इस बाबत किसान ठाकुर रामबालक सिंह,अफरोज मियां,अखिलेश झा,रामएकबाल सिंह आदि ने बताया कि श्री द्विवेदी के रहते हम अपने गन्ने की पेरायी हो जाने को लेकर आश्वस्त थे। इसी बीच मिल के अंदरूनी झगड़े में उनके इस्तीफे को मंजूर कर मिल प्रबन्धन अपनी कारगुजारियों को उजागर कर दिया है। ऐसे में उनके द्वारा पेराई की बढ़ाई गई क्षमता उनके जाते ही कम हो गयी। आज चार घण्टे मिल बन्द हो गया। जिससे अब हमारे गन्ने की पेरायी पर संकट के बादल दिख रहे हैं। इन किसानों ने बताया कि इस मिल में बन रहे इथेनॉल से काली कमाई करने के लिए नियुक्त अधिकारी को वे किसी भी कीमत पर हटाने को तैयार नहीं है। जिनके चलते कोई अधिकारी यहां नही रहना चाहता। मिल गेट पर उपस्थित सैकड़ों किसानों ने अविलंब महाप्रबन्धक को फिर से बुलाने की मांग की। इसको लेकर बनी कमिटी के किसान सोमवार को जिलापदधिकारी से मिल अपनी समस्याओं से अवगत कराएंगे।