बिहार
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम ने ओपन जेल का किया निरीक्षण
By Deshwani | Publish Date: 13/10/2017 3:04:47 PMबक्सर, (हि.स.)। दिल्ली से आई मानवाधिकार आयोग की एक टीम ने डॉ. विनोद अग्रवाल के नेतृत्व में स्थानीय ओपन जेल का निरीक्षण किया। शुक्रवार को निरीक्षण के क्रम में उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया। बाद में जेल के अधिकारियों ने उन्हें गुलदस्ता देकर उनका स्वागत किया।
भारत सरकार के पूर्व आयुक्त रह चुके विनोद अग्रवाल ने ओपन जेल का बारीकी से निरीक्षण किया तथा बन्दियों से मिल कर उनकी समस्याओं को गौर से सुना। इस दौरान बन्दियों ने सजा पूरी होने के बाद भी उन्हें रिहा नहीं किए जाने की समस्या को प्रधानता से रखा। अपने निरीक्षण के क्रम में डॉ अग्रवाल ने ओपन जेल में स्थित खेल का मैदान मनोरंजन के संसाधन पुस्तकालयों एवं बंदी आवास की स्थिति पर संतोष जाहिर किया। निरीक्षण के दौरान बंदियों द्वारा रोजगार की समस्या को उठाए जाने पर डॉ अग्रवाल ने जब जेल प्रशासन से इसकी जानकारी ली तो जेल अधीक्षक विजय अरोड़ा ने बताया कि कैदियों के लिए ओपन जेल में वापसी का समय निर्धारित है जिसके कारण विभिन्न व्यवसायों में जाकर काम करना इन बंदियों के लिए संभव नहीं है जिससे उनका रोजगार प्रभावित होता है।
डॉ अग्रवाल ने बंदियों की इन समस्यों से सहमति जताते हुए कहा कि ओपन जेल के कैदी यहां अपने परिवार के साथ रहते हैं जहां परिवार का भरण पोषण भी उनकी जिम्मेदारी है। अगर ओपन जेल के बंदी कैदियों के रोजगार की दिशा में ध्यान नहीं दिया गया तो वे अपने उद्देश्य से भटक जाएंगा। उन्होंने इस दिशा में केन्द्रीय सरकार को अविलम्ब एक प्रस्ताव भेजने की बात कही। इस अवसर पर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी बक्सर शशिकांत चौधरी पैनल लायर रविरंजन भी उपस्थित रहे।