बिहार
जगन्नाथ मिश्र ने किया आगाह, भाजपा विधानसभा का चुनावी वायदा पूरा करे वर्ना गठबंधन को होगी कठिनाई
By Deshwani | Publish Date: 23/9/2017 7:05:34 PMपटना, (हि.स.)। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री डा.जगन्नाथ मिश्र ने भाजपा के केन्द्रीय नेतृत्व से कहा है कि विधानसभा के पिछले चुनाव के समय पार्टी द्वारा किये गये वायदे मौजूदा जदयू-भाजपा की साझा सरकार से लागू करवाये। अब नई एनडीए सरकार में भाजपा को अपनी रणनीति बदलनी होगी और अपना अस्तित्व को बनाये रखना होगा। बिहार की नई सरकार को भाजपा के घोषणा पत्र के वायदे को पूरा करने का दायित्व है। अगर ऐसा नहीं होगा तो चुनाव में एनडीए गठबंधन को कठिनाई हो सकती है। बिहार के एनडीए के नये गठबंधन से ही उत्तर भारत में भाजपा की ताकत बढ़ेगी।
डा. मिश्र ने शनिवार को यहां कहा कि केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 2015 बिहार विधान सभा चुनाव के अवसर पर भाजपा का विजन डाॅक्यूमेन्ट जारी किया था। उन्होंने कहा कि भाजपा के चुनावी वायदों को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा घोषित सात निश्चय कार्यक्रम में प्राथमिकता के साथ लागू कराये। उन्होंने कहा कि विजन डाॅक्यूमेन्ट में बताया गया था कि बिहार की लगभग 40 प्रतिशत आबादी गरीबी रेखा के नीचे है, जो भारत में सबसे अधिक है। डाॅक्यूमेन्ट में हैं- बिहार में कमजोर आधारभूत संरचना मजबूत करना, कानून व्यवस्था में सुधारना, विनिवेश के वातावरण सुधार, प्रशासन प्रक्रिया और वित्तीय स्थिति में सुधार के साथ सबसे महत्वपूर्ण विधि व्यवस्था में सुधार लाने का स्पष्ट उल्लेख है।
डा मिश्र ने कहा कि नई एनडीए सरकार 2005-10 वाली सरकार नहीं है। 2013 भाजपा-जदयू गठबंधन टूटने से स्थिति गंभीर हो गई। वह पुनः नीतीश कुमार को ही गठबंधन चेहरा के रूप में स्थापित किया गया। महागठबंधन में भ्रष्टाचार का बढ़ावा लगातार जारी था, जबकि भ्रष्टाचार मुक्त शासन श्री कुमार का मुख्य पूंजी रहा है। अपनी छवि बचाने के लिए नीतीश ने एनडीए गठबंधन की सरकार बनाई। उन्हें भाजपा के अलग होने के कारण बड़ी कीमत चुकानी पड़ी। कुमार को अपने सुशासन वाली छवि पुनः स्थापित करना होगा। राजनीतिक विकास समन्वय तभी संभव होगा, जब मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार सात निश्चय के साथ-साथ भाजपा विजन डाॅक्यूमेंट में जो वादे किये गये हैं उसका सक्रियता से कार्यान्वित करेंगे।