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ट्रेड फैसिलिटी सेंटर सिर्फ इमारत नहीं, भारत के सामर्थ्य का प्रतीक : मोदी
By Deshwani | Publish Date: 22/9/2017 7:27:16 PM
ट्रेड फैसिलिटी सेंटर सिर्फ इमारत नहीं, भारत के सामर्थ्य का प्रतीक : मोदी

वाराणसी। अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में शुक्रवार को 11 वीं बार पहुुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दशहरे के पूर्व सौगातों की झड़ी लगा दी। बड़ालालपुर में पीएम ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट कुल 300 करोड़ की लागत से निर्मित ट्रेड फैसिलिटी सेंटर, क्राफ्ट म्यूजियम (नया नाम पं. दीन दयाल उपाध्याय हस्तकला संकुल )का उद्घाटन कर अवलोकन किया। 
 
दूसरी बार यहां पहुंचे पीएम ने बिछे रेड कारपेट पर चलकर इसमें मौजूद सुविधाओं को परखा। अवलोकन के दौरान पीएम ने वाराणसी के मानचित्र,बनारसी साड़ियों को गौर से देखा। इसके बाद यहां आयोजित भव्य समारोह में इसे राष्ट्र को समर्पित कर दिया। समारोह में कुल एक हजार करोड़ से अधिक की 17 परियोजनाओं का लोकापर्ण और 6 परियोजना का शिलान्यास किया। 
 
इस मौके पर पीएम ने कहा कि पिछले कई दशकों के बाद बनारस में इतने बड़े प्रकल्प की योजनाएं साकार हुयी है। कहा कि हम जिस प्रकल्प का शिलान्यास करते हैं उसका उद्घाटन भी खुद करते हैं। अभी तक पिछली सरकारों ने परियोजनाओं का शिलान्यास राजनीतिक हिसाब से किया। योजनाओं को लटका कर रखते थे। काशी में बलुआ और सामनेघाट पुल का लोकापर्ण कर इसका हवाला देकर कहा कि इससे पूर्वांचल में विकास के दरवाजे खुल जायेंगे। 
 
आज उद्घाटित् पं.दीन दयाल हस्तकला संकुल का हवाला देकर कहा कि यह बुनकरों और शिल्पकारों के लिए स्वर्णिम अवसर है। यहां बुनकर और शिल्पकार अपने पूर्वजों से प्राप्त कौशल को दुनिया के सामने प्रस्तुत कर सकते हैं। प्रसिद्ध कहावत जंगल में मोर नाचा किसने देखा का उदहरण देकर कहा कि बुनकर भाईयों को यहां से वैश्विक बाजार मिलेगा। इससे उनकी आर्थिक ताकत बढ़ेगी। यहा कि हस्तकला संकुल सिर्फ इमारत नहीं है बल्कि भारत के सामर्थ्य का परिचय भी है। इससे बुनकरों के सामर्थ्य और भविष्य का दरवाजा भी खुलेगा। 
 
पीएम ने काशी के टैक्सी चालको ई रिक्शा चालकों का आह्वान कर कहा कि यहा पर्यटकों को घुमाने जरूर लाये। यहां आने वाले पर्यटक खासकर विदेशी पर्यटक जरूर कुछ न कुछ खरीदेंगे। इससे काशी के पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। साथ ही केन्द्र पूर्वांचल के लिए नया आर्थिक केन्द्र बनकर उभरेगा।
 
पीएम ने कहा कि हर समस्या का समाधान विकास से है। पहले ऐसी सरकारें रहीं जो विकास से नफरत करती थीं। सरकारी तिजोरी चुनाव जीतने पर खर्च करती रही। लेकिन अब बदलाव हो रहा है गरीब सशक्त हो रहे हैं। वर्तमान सरकार गरीबों के उत्थान और विकास के लिए संकल्पित है। पिछले लोकसभा चुनाव में काशी और बड़ोदरा से चुनाव लड़ने का जिक्र कर कहा कि दोनों शहरों की संस्कृति समान है। बड़ोदरा को छोड़ काशी को चुना। यहां की सेवा करने का मौका पाकर जीवन में सन्तोष मिला। 
 
योगी सरकार के 6 माह के कार्यकाल की जमकर प्रशंसा कर पीएम ने केन्द्रीय योजनाओं को गतिशील बनाने में योगी आदित्यनाथ का आभार भी जताया। सभा को सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ,डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य,केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी सम्बोधित किया। मंच पर राज्यपाल श्री रामनाईक, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डा.महेन्द्र पांडेय आदि की उपस्थिति रही। इसके पूर्व सेन्टर में पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का स्वागत केन्द्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति जुबीन ईरानी और वस्त्र मंत्रालय के वरिष्ठ अफसरों ने किया।
 
स्वागत भाषण केन्द्रीय वस्त्र राज्य मंत्री अजय टमटा ने किया। संत कबीर अवार्डी हस्तकला कारीगर रामलाल मौर्य ने पीएम को अंगवस्त्रम भेंट कर स्वागत किया। समारोह में काशी और व्यापार संकुल पर आधारित लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया।
 
गौरतलब हो कि ट्रेड फैसिलिटी सेंटर की आधारशिला बतौर सांसद पीएम नरेंद्र मोदी ने 7 नवम्बर 2014 को अपने पहले वाराणसी के दौरे में रखी थी। उनकी सोच थी कि यहां पूर्वांचल भर के हैंडलूम उत्पादों की चमक पूरी दुनिया के लिए आकर्षण बनेगी। यहां एक ही छत के नीचे न केवल बुनकर शिल्पी अपने उत्पाद की प्रदर्शनी लगा सकेंगे बल्कि क्रेता-विक्रेता के बीच सीधा व्यापार होगा। इस केंद्र के जरिए आसपास के राज्यों के शिल्पियों, बुनकरों को भी लाभ पहुंचेगा।
 
यह सुविधाएं हैं मौजूद
 
बड़ा लालपुर स्थित ट्रेड फैसिलिटी सेन्टर पूर्णतया वातानुकूलित तथा पावर बैकअप की सुविधा से लैस टीएफसी बेसमेंट समेत चार फ्लोर में बना है। ग्राउंड फ्लोर पर 2000 व्यक्तियों की क्षमता का कन्वेंशन सेंटर, फूड कोर्ट, 14 दुकानें, प्रवेश प्लाजा है। फर्स्ट फ्लोर पर 13 मार्ट, प्रदर्शनी गैलरी, दो रेस्तरां, 14 दुकानें, लाउंज, सिल्क गैलरी, कारपेट गैलरी, तथा इतिहास एवं संगीत गैलरी बनी है। सेकेंड फ्लोर पर व्यापार केंद्र व सूचना का राष्ट्रीय केंद्र, चार दुकानें, 15 डारमेट्री, कार्यालय, लाइब्ररी, रिकार्ड रूम, चलचित्र हॉल तथा सबसे ऊपर व्यापार केंद्र के अतिरिक्त 18 गेस्ट हाउस, कामन हॉल, पैंट्री तथा कार्यालय खोला गया है।
 
दुल्हन की तरह सजा था व्यापार हस्तकला संकुल
 
पीएम मोदी के स्वागत और उनके हाथों लोकार्पण के लिए बड़ालालपुर स्थित व्यापार सुविधा केंद्र को दुल्हन की तरह सजाया गया था। दिल्ली की एक इवेन्ट कम्पनी ने पूरा साज सज्जा किया था। खास बात यह है कि पीएम के व्यक्तिगत रूची के चलते नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन (एनबीसीसी) ने इस भवन का काम चार साल के अन्दर पूरा कर लिया। पीएम भी हस्तकला संकुल में एक घंटे से अधिक समय तक रूके रहे। इस दौरान उन्होंने व्यापार सुविधा केंद्र और शिल्प संग्रहालय के निरीक्षण के बाद मल्टी परपज हॉल में अधिकारियों से बातचीत की। पूरे समय तक डीसी हैंडलूम व हैंडीक्राफ्ट शांतमनु और अन्य विभागीय आला अफसर वहां मौजूद रहे।
 
पीएम ने बड़ोदरा महामना एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखा किया रवाना
 
बड़ालपुर में आयोजित भव्य समारोह में मंच से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तीसरी महामना एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखा कर इसे रवाना किया। प्रधानमंत्री ने रिमोट कंट्रोल का उपयोग करते इसकी शुरूआत की। यह ट्रेन अपनी पहली यात्रा पर बड़ोदरा से वाराणसी के बीच चल पड़ी। इस दौरान लाइव टेलिकास्ट में रेलमंत्री पीयुष गोयल भी बड़ोदरा से जुड़े रहे। 
 
इस मौके पर ​लघु फिल्म भी दिखायी गयी। खास बात यह है कि मोदी सरकार ने रेलवे की मेक इन इंडिया परियोजना के तहत 2016 में महामना एक्सप्रेस के पहले रैक का लोकार्पण किया था। यह नई साप्ताहिक ट्रेन हर शुक्रवार को वाराणसी और हर बुधवार को वड़ोदरा से चलेगी। ये ट्रेन दोनों शहरों के बीच की दूरी 1531 किलोमीटर है और 55.7 किलोमीटर प्रति घंटा की औसत रफ्तार से यह ट्रेन इस दूरी को 27 घंटे और 30 मिनट में तय करेगी। इस नई ट्रेन में 18 डिब्बे हैं जिसमें से एक एसी फर्स्ट क्लास, दो एसी सेकेंड क्लास, आठ स्लीपर, चार सामान्य, एक पैंट्री कार और दो गार्ड ब्रेक वैन हैं।
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