पटना। बिहार के सबसे बड़े सियासी परिवार के मुखिया राजद सुप्रीमो लालू यादव ने बिहार कांग्रेस नेताओं की क्लास लगायी है। लालू ने कांग्रेस नेताओं को छोटे और छुटभैये नेता बताते हुए उन्हें चिरकुट करार दिया है। लालू ने कहा है कि वह चिरकुट नेताओं की बात पर ध्यान नहीं देते और उन पर कुछ बात करना नहीं चाहते। उन्होंने कहा कि मैं छोटे नेताओं से बात नहीं करता। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि यह सब नेता तीन में हैं कि तेरह में। यह सब सोनिया गांधी के क्या लगते हैं। मीडिया को सलाह देते हुए लालू ने कहा कि इ सब चिरकुट लोगों का बात आपलोग घूम-घूम कर जनाते रहते हैं। कुछ भी लेना-देना नहीं है हमारा।
लालू यादव ने रांची रवाना होने से पहले पत्रकारों से बातचीत की और कहा कि इन छुटभैये नेताओं की क्या औकात है, जो इनसे बातचीत की जाए। लालू ने कहा कि उनकी बातचीत कांग्रेस के बड़े नेताओं से होती है। लालू से पत्रकारों ने पूछा कि बिहार में महागठबंधन टूटा, जिससे बिहार कांग्रेस को बहुत नुकसान हुआ है। ऐसे में लालू के साथ रहना ठीक नहीं है। यह बात कांग्रेस की ओर से आ रही है। उस पर बोलते हुए लालू ने कहा कि वह ऐसे नेताओं से बातचीत नहीं करते और न ही उनकी बातों पर ध्यान देते हैं। वहीं जदयू के संजय सिंह के कांग्रेस के जदयू में विलय पर प्रतिक्रिया देते हुए राजद नेता ने कहा कि सत्ता के नशे में जदयू के नेता इन दिनों मानसिक संतुलन खो बैठे हैं। शक्ति सिंह ने कहा कि कांग्रेस को ऑफर देकर यह लोग भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं।
इससे पूर्व जदयू प्रवक्ता संजय सिंह ने कांग्रेस विधायकों को जदयू में शामिल होने का खुला आमंत्रण दिया है। संजय सिंह ने मीडिया से कहा कि कांग्रेस के विधायक लालू के साथ नहीं रहना चाहते हैं। उन्हें पता है कि लालू के साथ रहने पर उनके राजनीतिक भविष्य को खतरा है। संजय सिंह ने कहा कि जो भी विधायक उनके साथ आना चाहते हैं, उसके लिए उनका दरवाजा हमेशा के लिए खुला है।
संजय सिंह ने एक क्षेत्रीय चैनल से बातचीत में कहा कि कांग्रेस के नेता आगे की राजनीति को लेकर चिंतित हैं। उन्हें पता है कि वह लालू के साथ रहेंगे, तो अगली बार चुनाव में जीत नहीं पायेंगे। ऐसे में कांग्रेस के हर विधायक का जदयू में स्वागत है। उधर, कांग्रेस की ओर से कहा गया है कि जदयू स्वयं कांग्रेस में अपने आपको विलय कर ले और नीतीश कुमार बिहार कांग्रेस की कमान संभाले। कांग्रेस के नेताओं ने कहा है कि वह नीतीश कुमार का कांग्रेस में जोरदार स्वागत करेंगे। कांग्रेस का कहना है कि नीतीश कुमार भाजपा के साथ जाकर अपना भविष्य खो रहे हैं। गौरतलब हो कि बिहार प्रदेश कांग्रेस में काफी दिनों से टूट की अटकलबाजी चल रही है। कांग्रेस के नेता दिल्ली जाकर दो बार राहुल गांधी और सोनिया गांधी से मिल चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई निदान नहीं निकल पाया है।
लड़ाई तो समाजवादियों को ही लड़नी है। इतना काम होना बाकी है। मुकाबला ऐसे लोगों से है जिनके पास भ्रामक मुद्दे हैं। पता नहीं चुनाव आते आते कौन सा मुद्दा निकाल दें। उन्होंने कहा भाजपा हमें जवाहर बाग की याद दिलाती है, लेकिन अपने राम रहीम के बारे में बात नहीं करते हैं। मुझे तो लगता है कि उस मुद्दे को दबाने के लिये कोई और मुद्दा पेश किया है। जनता को बहकाने से रोकने में सरोज और उनके साथी मदद करेंगे।