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शारदीय नवरात्र कल से शुरू, मूर्तियों को अंतिम रूप देने में जुटे कलाकार
By Deshwani | Publish Date: 20/9/2017 3:53:56 PM
शारदीय नवरात्र कल से शुरू, मूर्तियों को अंतिम रूप देने में जुटे कलाकार

देहरादून। शारदीय नवरात्र 21 सितंबर से शुरू हो रहे हैं। नवमी 29 सितंबर को होगी और दशहरा पर्व 30 सितंबर को मनाया जाएगा। नवरात्र को लेकर तैयारी शुरू हो चुकी हैं। मंदिरों को भव्य रूप से सजाया जा रहा है। दुर्गा पूजा के लिए भी कलाकार मूर्तियों को अंतिम रूप देने में जुटे हैं।
 
आचार्य संतोष खंडूड़ी ने बताया कि मिट्टी से वेदी बनाकर उसमें हरियाली के प्रतीक जौ बोएं। इसके बाद सोने, मिट्टी या तांबे के कलश पर स्वास्तिक बनाएं। पूजा गृह के पूर्वोत्तर भाग में विधि-विधान के साथ कलश स्थापित करें। श्रीफल, गंगाजल, चंदन, सुपारी पान, पंचमेवा, पंचामृत आदि से शक्ति की आराधना करें।
 
भृगु ज्योतिष केंद्र के पंडित राजेश शर्मा ने बताया कि माता दुर्गा के नौ स्वरूपों की आराधना करने से जीवन में ऋद्धि-सिद्धि, सुख- शांति, मान-सम्मान, यश और समृद्धि की प्राप्ति शीघ्र ही होती है। माता दुर्गा हिंदू धर्म में आदिशक्ति के रूप में सुप्रतिष्ठित हैं और माता शीघ्र फल प्रदान करने वाली देवी के रूप में लोक में प्रसिद्ध है। 
 
इन मंत्रों का करें जाप
-या देवी सर्वभूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता, नमस्तस्यै, नमस्तस्यै, नमस्तस्यै नमो नम:
-सर्वबाधा विनिर्मुक्तों धन-धान्य सुतान्वित:, मनुष्यो मत्प्रसादेन भवष्यति न संशय:
 
कलश स्थापना शुभ मुहूर्त
21 सितंबर को सुबह 6.00 बजे से 7.30 बजे तक का समय शुभ योग है। और उसके बाद 12 बजे से 3 बजे के मध्य लाभ व अमृत का समय है।
 
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