बिहार के बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करे केंद्र सरकार : डा. अखिलेश
मोतिहारी, (हि.स.)। बिहार की जनता बाढ़ जैसे विनाशकारी प्राकृतिक आपदा से जूझ रही है और यहां के सीएम नीतीश कुमार राजनीति की जोड़तोड़ में लगे हैं। उक्त बातें भारत सरकार के पूर्व मंत्री डा. अखिलेश प्रसाद सिंह ने एक भेंट वार्ता के दौरान कही। इससे पहले मोतिहारी पहुंचे पूर्व केन्द्रीय मंत्री डा. सिंह ने जिले के बाढ़ प्रभावित केसरिया, संग्रामपुर एवं अरेराज प्रखंडों का दौरा कर बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात कर उनका हालचाल पूछा।
डा. सिंह ने भारत सरकार से बिहार के बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग करते हुए स्थानीय सांसद सह केन्द्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह पर जमकर चुटकी ली। उन्होंने कहा कृषि मंत्री भाषणबाजी के माहिर कलाकार हैं उन्हें बाढ़पीड़ितों की कोई चिंता नहीं है। एक सवाल के जबाब में डा. सिंह ने कहा कि अब तो बिहार और केन्द्र में एक ही गठबंधन की सरकार है ऐसे में बाढ़ पीड़ितों को भरपुर सहायता मिलनी चाहिए थी परंतु ऐसा नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि हाल के दिनो में सीएम नीतीश कुमार अपनी कुर्सी बचाने में इतना मशगुल हो गये कि बिहार सरकार इस बार बाढ़ को लेकर अलर्ट भी जारी नहीं कर सकी। बिहार सरकार द्वारा चलाये जा रहे बाढ़ राहत को उन्होंने हवा हवाई बताते हुए कहा कि धरातल पर बिहार में कहीं भी सरकारी स्तर पर राहत का कार्य नहीं चल रहा है।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि बाढ़ के बहाने सीएम एवं डिप्टी सीएम सहित अधिकारी हवाई उड़ान का मजा ले रहे हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के भ्रमण अभियान में डा. सिंह के साथ कांग्रेस जिलाध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार शुक्ला, प्रवक्ता बबन पांडेय, मुमताज अहमद, रविन्द्र प्रताप सिंह, राजद नेता मनोज कुमार यादव, ई.शशिभूषण राय उर्फ गप्पू राय, मुखिया कन्हैया पांडेय, मुखिया संघ के अध्यक्ष बच्चू लाल यादव, कांग्रेस नेत्री सुमित्रा कुमारी यादव, यूवा राजद के प्रदेश सचिव मुन्नीलाल यादव, सर्वदेव राय, अनवर आलम अंसारी, बिंदा सिंह, चुम्मन जायसवाल, मुन्ना खान, इरफान खां एवं सुदिश राय समेत सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल थे। मालूम हो कि पूर्व केन्द्रीय मंत्री डा. अखिलेश प्रसाद सिंह अपने दो दिवसीय चंपारण दौरे पर आज मोतिहारी पहुंचे हैं। वे पूर्वी चंपारण संसदीय क्षेत्र के सभी बाढ़ प्रभावित इलाके का दौरा करेंगे।